इस अध्याय में हम पढ़ेंगे :-
जातिवाचक संज्ञा का अर्थ
किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान इत्यादि की पूरी जाति या वर्ग का बोध कराने वाले शब्द जातिवाचक – संज्ञा शब्द कहलाते हैं।
Note:- विशेष- जातिवाचक संज्ञा का प्रयोग हमेशा बहुवचन में किया जाता है, अर्थात् ऐसे एकवचन में किया जाता है जिसका बहुवचन बनाया जा सके।
जातिवाचक संज्ञा के भेद
जातिवाचक संज्ञा के दो भेद हैं। जिन्हे उपभेद भी कहा जा सकता हैं।
1. द्रव्यवाचक
2. समुदाय/ समूहवाचक
द्रव्यवाची जातिवाचक संज्ञा –
वे संज्ञा शब्द जो किसी द्रव्य पदार्थ का बोध कराते हैं, द्रव्यवाची जातिवाचक संज्ञा शब्द कहलाते हैं।
जैसे – सोना, चाँदी, ताँबा, पीतल, लोहा, प्लास्टिक, स्टील, तेल, दूध, घी, पानी, शक्कर, गैस, डीजल, पेट्रोल इत्यादि।
2. समुदाय/समूहवाची जातिवाचक संज्ञा-
वे संज्ञा शब्द जो किसी समुदाय / समूह का बोध कराते हैं, समुदाय /समूहवाची जातिवाचक संज्ञा शब्द कहलाते हैं-
जैसे- सभा, सेना, सम्मेलन, गिरोह, जत्था, गोष्ठी, टीम, दल, वृन्द, गण, जन, टोली, गुच्छा, ढेर, कुंज, आगार इत्यादि।
संज्ञा की पहचान के विशेष नियम:-
1. व्यक्तिवाचक संज्ञा का कोई शब्द जब अपने साथ अन्य नाम का बोध कराता है तो उस अन्य नाम में जातिवाचक संज्ञा होती है-
जैसे- सीमा हमारे घर की लक्ष्मी है।
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व्यक्ति जाति.
कालीदास को भारत का शेक्सपियर कहा जाता है।
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व्यक्ति जाति.
प्रभुदेवा को भारत का माईकल जैक्शन कहा जाता है।
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व्यक्ति जाति.
भारत में अनेक जयचंद हैं।
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व्यक्ति जाति.
राधा तो हमारे घर की गंगा है।
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व्यक्ति जाति.
2. जातिवाचक संज्ञा का कोई शब्द जब किसी व्यक्ति विशेष के अर्थ में रूढ़ हो जाता है तो वहाँ व्यक्तिवाचक संज्ञा होती है। जैसे-
गांधी – गांधी जी (व्यक्ति) ने देश को सत्य और अहिंसा का पाठ पढ़ाया।
नेहरू – नेहरू जी ने विदेशों में भारत को पहचान दिलाई।
पटेल – पटेल जी ने देश की एकता और अखंडता को बनाए रखा।
मोदी – मोदी जी ने देश को अलग पहचान दिलाई।
शास्त्री – शास्त्री जी एक महान व्यक्तित्व थे।
3. भाववाचक संज्ञा का प्रयोग हमेशा एकवचन में किया जाता है, बहुवचन में प्रयोग होते ही भाववाचक संज्ञा जातिवाचक संज्ञा का रूप धारण कर लेती है-
जैसे- आजकल शहर में चोरियाँ बहुत हो रही है।
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जाति.
शहर में गंदगियों के ढ़ेर लग गए हैं।
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जाति.
अब तो नजदीकियाँ भी दूरीयाँ बन गई।
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जाति. जाति.
हम सबकी प्रार्थनाएँ बेकार नहीं जाएँगी।
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जाति.
मुझे सुखों में जीवन-यापन करने की चाह नहीं है।
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जाति.
उस पर दु:खों का पहाड़ टूट पड़ा।
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जाति.
4. यदि किसी विशेषण को बहुवचन में प्रयोग कर दिया जाता है, तो वहाँ जातिवाचक संज्ञा होती हैं- जैसे-
छोटों को अच्छी सलाह देनी चाहिए।
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जाति.
बड़ो का सम्मान करना चाहिए।
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जाति.
गरीबों की मदद करनी चाहिए।
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जाति.
कमजोरों को नहीं सताना चाहिए।
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जाति.
जातिवाचक संज्ञा से सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्न
Q.1‘पानी’ शब्द में संज्ञा है –
1व्यक्तिवाचक2भाववाचक3द्रव्यवाचक4समुदाय/समूहवाचक
Solution’पानी’ शब्द द्रव्यवाचक संज्ञा है।
जातिवाचक संज्ञा के दो भेद होते हैं –
(1) द्रव्यवाचक संज्ञा
(2) समुदाय/समूहवाचक संज्ञा
द्रव्यवाचक संज्ञा – वे संज्ञा, जो किसी द्रव्य-पदार्थ का बोध कराते हैं, द्रव्यवाचक संज्ञा शब्द कहलाते हैं। जैसे – डीजल, शक्कर आदि।
Q.2निम्नलिखित में से किस विकल्प में ‘भाववाचक’ संज्ञा है?
1बुढ़ापा2जवानी3लड़ाई4उपर्युक्त सभी
Solutionबुढ़ापा, जवानी, लड़ाई ये सभी शब्द भाववाचक संज्ञा के उदाहरण हैं।
भाववाचक संज्ञा – वे संज्ञा शब्द, जो किसी भाव का बोध कराते हैं, अर्थात् किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान इत्यादि के भाव का बोध कराने वाले शब्द, भाववाचक संज्ञा शब्द कहलाते हैं। जैसे – सुख, दु:ख आदि।
विशेष – भाववाचक संज्ञा का प्रयोग हमेशा एकवचन में किया जाता है। भाववाचक संज्ञा को यदि बहुवचन में प्रयुक्त कर दिया जाता है, तो वहाँ जातिवाचक संज्ञा होता है। जैसे – अमीरी (भाव), अमीरों (जातिवाचक) आदि।
Q.3‘देव’ शब्द का भाववाचक संज्ञा शब्द होगा –
1देवी2देवत्व3देवता4उपर्युक्त में से कोई नहीं
Solution’देव’ जातिवाचक संज्ञा शब्द का भाववाचक संज्ञा शब्द ‘देवत्व’ होगा।
Q.4‘अपना’ सर्वनाम शब्द से भाववाचक संज्ञा शब्द होगा –
1अपनी2आप3अपनत्व4आपकी
Solution’अपना’ सर्वनाम शब्द का भाववाचक संज्ञा शब्द होगा = अपनत्व/अपनापन
Q.5‘गहरा’ विशेषण शब्द से भाववाचक संज्ञा शब्द होगा –
1गहरे2गहराई3खाई4उपर्युक्त में से कोई नहीं
Solution’गहरा’ विशेषण शब्द का भाववाचक संज्ञा शब्द ‘गहराई’ होगा।
Q.6‘मम’ सर्वनाम शब्द का भाववाचक रूप होगा –
1मेरा2मुझे3ममता4मैं
Solution’मम’ सर्वनाम शब्द का भाववाचक रूप ‘ममता/ममत्व’ होगा।